Salatul Hajat Ki Dua In Hindi । सलातुल हाजत की दुआ हिंदी, अरबी और इंग्लिश में

आज यहां पर आप एक बहुत ही आला किस्म की दुआ यानी कि Salatul Hajat Ki Dua In Hindi के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी जानेंगे।

हमने यहां पर सलातुल हाजत की दुआ बहुत ही साफ़ और सही अल्फाजों में बताया है जिसे आप आसानी से पढ़ कर इसकी बरकत और रहमत हासिल करेंगे।

फिर इसके बाद आपको कहीं पर भी सलातुल हाजत की दुआ पढ़ने के लिए नहीं देखनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां पर ध्यान से पुरा लेख पढ़ें।

Salatul Hajat Ki Dua In Hindi

ला इला ह इल्लल्लाहुल हलिमुल करीम सुब्हानल्लाहि रब्बिल अर्शिल अज़ीम वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन. अस्अलू क मुजिबाती रहमति क व अजाइम मग्फिरति क वल गनीमत मिन कुल्ली बिरर् व स्सलामत् मिन कुल्ली इस्मिन. ला तदअ ली जम्बन इल्ला गफर तहु व ला हम्मन इल्ला फर्रज तहु व ला हाजतन हीय ल क रीजनील्ला कजयतहा या अर्हमर्राहिमिन

Salatul Hajat Ki Dua In Hindi
Salatul Hajat Ki Dua

Salatul Hajat Ki Dua In Arabic

لا إِلَهَ إلاَّ اللهُ الحَلِيمُ الكَرِيمُ، سُبْحَانَ اللهِ رَبِّ الْعَرْشِ العَظِيمِ ، الحَمْدُ لِلهِ رَبِّ العَالَمِيْنَ ، أَسْأَلُكَ مُوجِبَاتِ رَحْمَتِكَ ، وَعَزَائِمَ مَغْفِرَتِكَ ، وَالْغَنِيمَةَ مِنْ كُلِّ بِرّ،ٍ وَالسَّلامَةَ مِنْ كُلِّ إِثْمٍ ،لاَ تَدَعْ لِيْ ذَنْباً إِلاَّ غَفَرْتَهُ، وَلاَ هَمَّاً إِلاَّ فَرَّجْتَهُ، وَلاَ حَاجَةً هِيَ لَكَ رِضاً إِلاَّ قَضَيتَهَا يَا أَرْحَمَ الرَّاحِمِيْنَ

Salatul Hajat Ki Dua In Arabic

Salatul Hajat Ki Dua In English

Laa ila Ha illallahul Halimul Kareem Subhanallahi Rabbil Arshil Azeem Wal Hamdu Lillahi Rabbil Aalmin. Asaluka Muzibaati Rahmatika Wa Azaaeem Magfiratika Wal Ghanimat Min Qulli Birr Wassalamat Min Qulli Eismeen. La Tadalee Jamban illa Gafratahu Wa Laa Hamman illa Farraztahu Wa Laa Haztan Hiya Laka Riznilla Kajaytahaa Ya Arahamarrahimeen.

Salatul Hajat Ki Dua Ka Tarjuma

अल्लाह के अलावा कोई मालिक और हाकिम नही है जो बहुत ही मेहरबान और करम करने वाला है मै अल्लाह की पाकी और बड़ाई बयान करता हूँ वह अल्लाह जो अर्शे अज़ीम का मालिक है और तमाम तारीफें अल्लाह के लिए हैं जो दोनों जहां का पालनहार है ऐ अल्लाह मै आप से आप की रहमत के और आप की मग़फिरत के मजूत असबाब और हर नेकी में हिस्सा लेने और हर बुराई से सलामती का सवाल करता हूं ऐ अल्लाह मेरे हर गुनाह को माफ़ कर दे और गम को दूर कर दे और मेरी कोई भी ज़रूरत जिस से तू राज़ी हो उस को पूरा कर दे

सलातुल हाजत की दुआ का तरीका

  • जब सलातुल हाजत की नमाज मुकम्मल कर लें तो इत्मीनान से बैठ कर तीन मरतबा दुरूदे इब्राहिम या फिर कोई भी दुरूद शरीफ़ तीन दफा पढ़ें।
  • इसके बाद सलातुल हाजत की दुआ दिल से पढ़ें इसके साथ आप सलातुल हाजत की दुआ का तर्जुमा जो उपर में लिखी हुई है उसे भी पढ़ सकते हैं।
  • इसके बाद जिस नेक व जायज़ चीज़ की तमन्ना यानी हाजत हो उसे भी शामिल करें इसके बाद दुनिया व आखीरत की भलाई की दुआ करें।
  • आप कोशिश करें दिल में अच्छी नियत रहे और जबान से भी खूब अच्छी अच्छी बातें बयां करें और ज्यादा से ज्यादा रब का हम्द बयां करें।
  • इसके बाद आख़िर में भी तीन बार दुरूद शरीफ़ पढ़ कर बोसा लगा कर हाथों को चूम लें इंशाल्लाह आपकी दुआ बारगाह ए इलाही में कुबूल होगी।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप भी सलातुल हाजत की दुआ बहुत ही आसानी से जान गए होंगे और सलातुल हाजत की दुआ का तरीका भी समझ गए होंगे।

हमने यहां पर तमाम बातें बहुत ही आसान और साफ़ लफ्ज़ों में बताया था जिसे आप सही और आसानी से पढ़ कर अमल में ला सकें।

लेकिन अगर इसके बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट आ रही हो तो भी आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें।

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