आज़ यहां पर आप कुरान ए पाक की एक बहुत ही ख़ास सूरह यानी कि Surah Alam Tara Kaifa In Hindi में पढ़ेंगे जिसे सूरह फील भी कहा जाता है।
हमने यहां पर इस कुरान ए पाक की सूरह को हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश के भी बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में लिखा है।
जिसे आप अपने पसंदीदा भाषा में पढ़ कर जेहन में बसा सकें यकीनन इसके बाद फिर कहीं पर भी सूरह फील नहीं खोजनी पड़ेगी इसीलिए यहां ध्यान से पढ़ें।
Surah Alam Tara Kaifa In Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
अलम तारा कैफा फअला रब्बुका बि अस्हाबिल फिल
अलम यजअल कैदाहुम्म फी तदलीलिंव
व अरसला अलैहिम तैरन अबाबिल
तरमीहिम बि हिजारतिम मिन सिज्जलि
फजा अल्हुम क असफिम मा कूल
Surah Alam Tara Kaifa In Arabic
بِسۡمِ ٱللَّهِ ٱلرَّحۡمَٰنِ ٱلرَّحِيمِ
أَلَمْ تَرَ كَيْفَ فَعَلَ رَبُّكَ بِأَصْحَابِ الْفِيلِ
أَلَمْ يَجْعَلْ كَيْدَهُمْ فِي تَضْلِيلٍ
وَأَرۡسَلَ عَلَيۡهِمۡ طَيۡرًا أَبَابِيلَ
تَرۡمِيهِم بِحِجَارَةٖ مِّن سِجِّيلٖ
فَجَعَلَهُمۡ كَعَصۡفٖ مَّأۡكُولِۭ
Surah Alam Tara Kaifa In English
Bismillah Hirrahman Nirrahim
Alam Tara Kaifa Fa’ Ala Rabbuka Bi Ashabil Fil.
Alam Yaz-al Kaidahumm Fi Tadalileew.
Wa Arsala Alaihim Tairan Ababil.
Tarmihim Bi- Hizaratim Min Sizzil.
Fazaa Alhum K’asfim Maa Qul.
Surah Alam Tara Kaifa Ka Tarjuma
अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला
ऐ मेहबुब क्या तुम ने न देखा तुम्हारे रब ने उन हाथी वालों का क्या हाल किया
क्या उनका दांव तबाही में न डाला
और उनपर परिंदों कि टुकड़ीयां भेंजी
कि उन्हें कंकर के पत्थरों से मारते
तो उन्हें कर डाला जैसे खाई खेती कि पत्ती
अंतिम लफ्ज़
मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप सूरह अलम तारा कैफा यानी सूरह अल-फील आसानी से पढ़ना सीख गए होंगे हमने यहां पर सही सही लफ्ज़ में सूरह अल-फील को तीन मशहूर भाषाओं में लिखा जिसे आप सही से इस सूरह को आसानी से पढ़ कर और समझ कर याद कर सकें।
अगर इस पूरा लेख को पढ़ने के बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर कहीं समझने में दिक्कत आ रही हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें साथ ही जिन्हें अभी भी सूरह अल-फील न मालुम हो उन तक ज़रूर शेयर करें जिसे सब लोग सूरह अल-फील से वाकिफ हो सकें।
ऐ मेरे रब अल्लाह तबारक व तआला अगर हमसे यहां पर सूरह अल-फील लिखने या पढ़ने में एक आयत, एक हर्फ या फिर एक नुक्ते में भी गलती हुई हो तो हमें अपने रहमों करम से माफ अता फरमा और हम सभों को कुरान ए पाक सही से पढ़ने की तौफ़ीक अता फरमा आमीन।
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