Taraweeh Ki Dua In Hindi । तरावीह की दुआ हिंदी, इंग्लिश और अरबी में

आज यहां पर आप एक बहुत ही ख़ास किस्म की दुआ यानी कि Taraweeh Ki Dua In Hindi के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी जानेंगे।

हमने यहां पर तरावीह की नमाज़ में पढ़ी जाने वाली दुआ बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में बताया है जिसे आप आसानी से पढ़ कर जेहन में बसा लेंगे।

फिर इसके बाद आपको कहीं भी तरावीह की दुआ नहीं देखनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां पर ध्यान से पढ़ कर हमेशा के लिए अपने जेहन में बसा लें।

Taraweeh Ki Dua In Hindi

सुब्हा नजिल मुल्कि वल मलकूत. सुब्हा नजिल इज्जति वल अजमति वल हैबति वल कुदरति वल किबरियाए वल जबरूत. सुब्हानल मलिकिल हय्यिल लजी ला यनामु व ला यमूतू. सुब्बुहून कुद्दूसुन रब्बुना व रब्बुल मलाएकति वरूहु. अल्लाहुम्म‌ अजिरना मिनन्नारि. या मुजिरू या मुजिरू या मुजिरू बि रहमति क या अर हमर्राहिमीन.

Taraweeh Ki Dua In Hindi
Taraweeh Ki Dua

Taraweeh Ki Dua In Arabic

سُبْحَانَ ذِی الْمُلْکِ وَالْمَلَکُوْتِ. سُبْحَانَ ذِی الْعِزَّةِ وَالْعَظَمَةِ وَالْهَيْبَةِ وَالْقُدْرَةِ وَالْکِبْرِيَآئِ وَالْجَبَرُوْتِ. سُبْحَانَ الْمَلِکِ الْحَيِ الَّذِی لَا يَنَامُ وَلَا يَمُوْتُ. سُبُّوحٌ قُدُّوْسٌ رَبُّنَا وَرَبُّ الْمَلَائِکَةِ وَالرُّوْحِ. اَللّٰهُمَّ اَجِرْنَا مِنَ النَّارِ. يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْرُ يَا مُجِيْرُ بِرَحْمَتِكَ يَااَرْحَمَ الرّٰحِمِيْن.

Taraweeh Ki Dua In Arabic

Taraweeh Ki Dua In English

Subhaa-Nazeel Mulki Wal Malqoot. Subhaa-Nazeel Izzati Wal Azmati Wal Haybati Wal Qudrati Wal Kibriyaae Wal Jabrut. Subhanal Malikeel Hayyeel Lazi Laa Yanaamu Wa Laa Yamutu. Subbuhoon Kuddusoon Rabbuna Wa Rabbul Malaaekati Waruhoo. Allahumma Azirnaa Minnari. Yaa Muziroo Yaa Muziroo Yaa Muziroo Bi Rahmateeka Yaa Ar-Hamarrahimeen

Taraweeh Ki Dua In English

Taraweeh Ki Dua Ka Tarjuma

मुल्क व मलकूत वाला पाक है। इज्ज़त व बुजुर्गी और हैबत व कुदरत वाला बड़ाई और जबरूत वाला पाक है। बादशाह जो जिन्दा है जो न सोता है न मरता है। पाक मुकद्दस है फरिश्तों और रूह का मालिक। अल्लाह के सिवा कोई मा’बुद नहीं अल्लाह से हम मगफिरत चाहते हैं। तुझ से जन्नत का सवाल करते हैं और जहन्नम से तेरी पनाह मांगते हैं।

तरावीह की दुआ पढ़ने का तरीका

इस बात से तो आप भी वाकिफ होंगे कि तरावीह की दुआ को तरावीह की नमाज़ में ही पढ़ी जाती है तरावीह की दुआ पढ़ने का तरीका कुछ यूं है कि।

जब तरावीह की नमाज़ दो दो रकात करके चार रकात नमाज़ मुकम्मल अदा कर लें इसी वक्त यहीं पर तरावीह की दुआ पढ़ी जाती है।

इस बात पर भी गौर फरमाएं कि तरावीह की दुआ आख़िर तक 5 मरतबा पढ़ी जाएगी क्योंकी तरावीह की नमाज़ पूरा 20 रकात होती है।

और इस दुआ को आपको हर चार रकात के बाद बैठने पर पढ़ना है इसी तरह यह पांच बार पढ़ी जाएगी तो आप सही से इसी तरह तरावीह की दुआ पढ़ें।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप भी आसानी से तरावीह की दुआ जान गए होंगे और तरावीह की दुआ पढ़ने का सही तरीका भी समझ ही गए होंगे।

हमने यहां पर तमाम बातें बहुत ही साफ़ और बेहद आसान लफ्ज़ों में बताया था जिसे आप आसानी से पढ़ और समझ कर अमल में ला सकें।

अगर इसे पढ़ने के बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का डाउट हो तो आप अपने सवालों को कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

अगर यह लेख आपको फायदेमंद साबित हुई हो यानी इससे इल्म हासिल हुई हो तो आप इसे और लोगों तक शेयर करें जिसे सब सही से तरावीह की दुआ जान जाएं।

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