Dua E Nisf Shaban In Hindi, English & Arabic । दुआए निस्फ शाबान हिंदी में

आज यहां पर आप एक बहुत ही ख़ैर व बरकत भरी दुआ यानी कि Dua E Nisf Shaban In Hindi के साथ साथ अरबी, और इंग्लिश में भी जानेंगे।

हमने यहां पर दुआए निस्फ शाबान बहुत ही साफ़ और आसान लफ्ज़ों में बताया है जिसे आप आसानी से पढ़ कर ख़ूब रहमत हासिल करेंगे।

फिर इसके बाद और कहीं पर भी दुआए निस्फ शाबान नहीं देखनी पड़ेगी इसीलिए आप यहां पर हर हर्फ को सही सही और ध्यान से पढ़ें।

Dua E Nisf Shaban In Hindi

बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम
अल्लाहुम्मा या जल मन्नि व ला युमन्नु अलैहि
या जल जलालि वल इकराम
या जत तवली वल इनआम
ला इल्लाहा इल्ला अंता जहरूल्लाजिना
व जारूल मुस्तजिरीना
व अमानुल खाइफिना
अल्लाहुम्मा इन कुन्ता कतब तनी इन्दका फी उम्मिल किताबि शकीय्यन अव महरूमन अव मतरूदन अव मुकत्तरन अलय्या फिर्रिज्कि , फम्हु अल्लाहुम्मा बि फदलिका शकावती व हिरमानी व तर्दी वक तितारा रिज्की, व असबितनी इन्दका फि उम्मिल किताबि सईदम मरजूकम मुवफ्फकल लिल खैराति
फ इन्नका कुल्ता व कौलुकल हक्कु फी किताबिकल मुनज्जलि अला लिसानि नबिय्यिकल मुरसल‌ , यम्हुल्लाहु मा यशाउ व युस्बितु व इन्दहू उम्मुल किताबि इल्लाहि बित्तजल्लि यिल अअजम फी लैलतिन्निस्फे मिन शहरि शअबानल मुकर्रम
अल्लती युफ रकू फीहा कुल्लु अमरिन हकीमिंव व युबरमु, अन तकशिफा अन्ना मिनल बलाइ वल बलवाइ मा नअलमु वमा ला नअलम, व अन्ता बिही अअलम इन्नका अन्तल अअज्जुल अकरम व सल्लल्लाहो तआला अला सय्यिदिना मुहम्मदिंव व अला आलिही व अस्हाबिही वसल्लम, वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन

Dua E Nisf Shaban In Hindi
Dua E Nisf Shaban

Dua E Nisf Shaban In Arabic


اَللَّهُمَّ يَا ذَا الْمَنِّ وَلَا يُمَنُّ عَلَيْ
يَا ذَا الْجَلَالِ وَالإِكْرَامِ
يَا ذَا الطَّوْلِ وَالإِنْعَامِ
لَا إِلَهَ إِلَّا أَنْتَ ظَهْرَ اللَّاجِئينَ
وَجَارَ الْمُسْتَجِيرِينَ
وَأَمَانَ الْخَائِفِينَ
َاَللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ كَتَبْتَنِي عِنْدَكَ فِي أُمِّ الْكِتَابِ شَقِيًّا أَوْ مَحْرُومًا أَوْ مَطْرُودًا أَوْ مُقَتَّرًا عَلَيَّ فِي الرِّزْقِ، فَامْحُ اللَّهُمَّ بِفَضْلِكَ شَقَاوَتِي وَحِرْمَانِي وَطَرْدِي وَإِقْتَارَ رِزْقِي، وَأَثْبِتْنِي عِنْدَكَ فِي أُمِّ الْكِتَابِ سَعِيدًا مَرْزُوقًا مُوَفَّقًا لِلْخَيْرَاتِ
فَإِنَّكَ قُلْتَ وَقَوْلُكَ الْحَقُّ فِي كِتَابِكَ الْمُنَزَّلِ عَلَى لِسَانِ نَبِيِّكَ الْمُرْسَلِ: يَمْحُو اللهُ مَا يَشَاءُ وَيُثْبِتُ وَعِنْدَهُ أُمُّ الْكِتَابِ، إِلهِي بِالتَّجَلِّي الْأَعْظَمِ فِي لَيْلَةِ النِّصْفِ مِنْ شَهْرِ شَعْبَانَ الْمُكَرَّمِ
اَلَّتِي يُفْرَقُ فِيهَا كُلُّ أَمْرٍ حَكِيمٍ وَيُبْرَمُ، أَنْ تَكْشِفَ عَنَّا مِنَ الْبَلَاءِ وَ الْبَالْوَ آءِ مَا نَعْلَمُ وَمَا لَا نَعْلَمُ وَ أَنْتَ بِهِ أَعْلَمُ، إِنَّكَ أَنْتَ الْأَعَزُّ الْأَكْرَمُ. وَصَلَّى اللهُ عَلَى تَعا لٰى عَلٰى سَيِّدِنَا مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِهِ وَاَصَحْبِهِ وَسَلَّمَ وَالْحَمْدُلِلّٰهِ رَبِّ الْعٰلَمِيْن

Dua E Nisf Shaban In English

Bismillah Hirrahmaan Nirrahim
Allahumma Ya Zal Manni Walaa Yumannu Alaihi
Ya Zal Zalaalee Wal Eikraam
Ya Zat-tawlee Wal Inaaam
La illaha illa Anta Zahrullajina
Wa Zaarul MustZireena
Wa Amaanul Khaaeefina
Allahumma inni Kunta Qatab Tani indka Fee Umeel Kitaabee Shakiyyan Aw Mahruman Aw Matrudan Aw Muktaran Alayya Firrijkee, Famhoo Allahumma Bi Fadlikaa Shakaawati Wa Heermaani Wa Tardii Wak Titaara Rijki Wa Asbitni indka Fee Umeel Kitaabee Saeidam Marjukam Muwaffakal Lil Khairaati
Fa innakaa Kulta Wa Kaulukal Haqqu Fee Kitaabeekal Munzzali Alaa Lisaani Nabiyyeekal Mursal, Yamhullahu Ma Yashaau Wa Yusibatu Wa Indahu Ummul Kitaabee, Elahi Bitjalli Yeel A’azam Fee Lailtinnisfe Min Shahree Sha’ Abaanal Mukarram.
Allati Yuf Raku Feeha Qullu Amrin Haqeeminw Wa Yubramu, An Takshifaa Anna Minnal Balaai Wal Balwaai Maa Na’almoo Wamaa La Na’alam Wa Anta Beehi A’alam, innaka Antal A’azzul Akram Wa Sallallaaho T’Aala Ala Sayyidina Muhammadeenw Wa Ala Aalihi Wa Ashabeehi Wasallam Wal Hamdu Lillahi Rabbil Aalmin.

Dua E Nisf Shaban Ka Tarjuma

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला, ऐ अल्लाह ऐ एहसान करने वाले कि जिस पर एहसान नहीं किया जाता ऐ बड़ी शानो शौकत वाले।

ऐ फज्लो इनआम वाले तेरे सिवा कोई मा’बुद नहीं तू परेशान हालो का मददगार पनाह मांगने वालो को पनाह और खौफजदो को आमान देने वाला है।

ऐ अल्लाह अगर तु अपने यहां उम्मुल किताब में मुझे शकी बद बख्त महरूम धुत्कारा हुआ और रिज्क में तंगी दिया हुआ लिख चुका हो तो ऐ अल्लाह अपने फज्ल से मेरी बद बख्ती‌ महरूमी जिल्लत और रिज्क की तंगी को मिटा दे।

और अपने पास उम्मुल किताब में मुझे खुश बख्त रिज्क दिया हुआ और भलाइयों की तौफिक दिया हुआ सब्त तहरीर फरमा दे।

कि तुने ही मेरी नाजिल की हुई किताब में तेरे ही भेजे हुए नबी सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की जबान पर फरमाया और तेरा फरमाना हक है कि अल्लाह जो चाहे मिटाता है और साबित करता है और असल लिखा हुआ उसी के पास है।

खुदाया अल्लाह तजल्लिये आज़म के वसीले से जो निस्फे शाबानुल मुकर्रम की रात में है कि जिस में बांट दिया जाता है जो हिकमत वाला काम और अटल कर दिया जाता है।

या अल्लाह मुसिबतो और रंजिशो को हम से दुर फरमा कि जिन्हें हम जानते या नहीं भी जानते जब की तु इन्हें सब से ज्यादा जानने वाला है।

बेशक तू सब से बढ़ कर अजीज और इज्जत वाला है अल्लाह हमारे सरदार मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम पर और आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के आलो अस्हाब पर दुरूदो सलाम भेजे सब खुबियां सब जहानो के पालने वाले अल्लाह के लिए है।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप भी दुआए निस्फ शाबान बहुत ही आसानी से जान गए होंगे और इसे पढ़ कर खूब बरकत हासिल करेंगे।

हमने यहां पर तमाम बातें बहुत ही आसान और साफ़ लफ्ज़ों में बताया था जिसे आप सही और आसानी से पढ़ कर अमल में ला सकें।

लेकिन अगर इसके बाद भी आपके मन में कोई सवाल या फिर किसी तरह का कोई डाउट आ रही हो तो भी आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें।

अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो यानी इस पैग़ाम से कुछ इल्म हासिल हुई हो तो आप उन्हें जरूर शेयर करें जिन्हें ऐसी खूबसूरत दुआ मालुम न हो।

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