आज यहां आप Fajar Ki Namaz Ka Tarika बहुत ही आसानी से जानेंगे क्योंकी हमने यहां पर फजर की नमाज पढ़ने का सही तरीक़ा, नियत, रकात सभी चीजें बहुत ही स्पष्ट और आसान लफ़्ज़ों में बताया है।
इसे पढ़ने के बाद आप बहुत ही आसानी फजर की नमाज अदा कर पाएंगे फिर इसके बाद आपको कहीं पर भी फजर की नमाज अदा करने का तरीका ढूंढनी नहीं पड़ेगी इसीलिए आप यहां पे पुरा ध्यान से पढ़ें।
Fajar Ki Namaz Ka Tarika
आप भी यह बात शायद जानते ही होंगे कि फजर की नमाज में कुल 4 रकात नमाज 2 रकात सुन्नत और 2 रकात फर्ज अदा की जाती है।
फजर की नमाज में 2 रकात की सुन्नत नमाज सिर्फ तन्हा यानी अकेला पढ़ना होता है जबकि फर्ज नमाज 2 रकात इसे आप अकेले और इमाम के साथ पढ़ते हैं।
हमने यहां पर फजर की नमाज की 2 रकात सुन्नत और 2 रकात फर्ज नमाज को एक एक करके स्टेप बाय स्टेप बताया है आप ध्यान से पढ़ें और समझें।
फजर की 2 रकात सुन्नत नमाज की पहली रकात
- सबसे पहले फजर की 2 रकात सुन्नत की नियत करें।
- इसके बाद अल्लाहू अकबर कह कर हांथ बांध लेंगे।
- फिर सना यानी सुब्हान क अल्लाहुम्मा पुरा पढ़ेंगे।
- इसके बाद अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
- अब सूरह फातिहा यानी अल्हम्दु शरीफ पुरा पढ़ेंगे।
- सूरह फातिहा पुरा पढ़ कर आहिस्ते से आमिन कहें।
- इसके बाद कुरान पाक की कोई एक सूरह पढ़ेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कहते हुए रूकूअ में जाएंगे।
- यहां रूकूअ में 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ेंगे।
- इसके बाद समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए उठें।
- फिर उठ जाने पर रब्बना लकल हम्द भी कहेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कहते हुए सज्दा में जाएंगे।
- सज्दे में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ें।
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए उठ कर बैठ जाएं।
- फिर तुरंत अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी सज्दा करेंगे।
- दुसरी सज्दा में भी 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी रकात के लिए खड़े हो जाएं।
फजर की 2 रकात सुन्नत नमाज की दूसरी रकात
- यहां पर अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
- फिर सूरह फातिहा पुरा पढ़ेंगे और आमिन कहेंगे।
- फिर कोई एक नमाज में पढ़ी जाने वाली सूरह पढ़ेंगे।
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर रूकूअ में जाएंगे।
- रूकूअ में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
- फिर समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए रूकूअ से उठें।
- ठीक रूकुअ से उठ जाने पर रब्बना लकल हम्द कहेंगे।
- फिर तुरंत अल्लाहु अकबर कहते हुए सिधे सज्दे में जाएंगे।
- सज्दे में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कहते हुए उठ कर बैठ जाएंगे।
- तुरंत बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी सज्दा करेंगे।
- दुसरी सज्दा में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- दुसरी सज्दा मुकम्मल करने के बाद अब आप।
- अल्लाहु अकबर कहते हुए तशह्हुद के लिए बैठ जाएंगे।
- इसके बाद अत्तहिय्यात यानी तशह्हुद को पुरा पढ़ेंगे।
- अत्तहिय्यात पढ़ते हुए जब अश्हदु ला पर पहुंचे।
- तो दाहिने हाथ से शहादत उंगली को खड़ा करेंगे।
- फिर इल्लाहा पर उंगली गिरा कर सीधी कर लेंगे।
- इसके बाद दुरूद शरीफ में दुरूदे इब्राहिम को पढ़ें।
- फिर इसके बाद दुआए मासुरह को पढ़ेंगे।
- अब आप इसके बाद सलाम फेर लेंगे।
- सबसे पहले अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए दाहिने तरफ गर्दन घुमाएं।
- फिर अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए बाएं जानिब गर्दन को घुमाएं।
यहां तक आपकी 2 रकात फजर की सुन्नत नमाज अदा भी हो जाएगी और मुकम्मल भी हो गई अब जानते हैं 2 रकात फजर की फर्ज नमाज का तरीका
फजर की 2 रकात फर्ज नमाज का तरीका
हमने जैसे उपर में ही इस बात को पेश किया कि फजर की फर्ज नमाज 2 तरीके से अदा की जाती है पहला तरीका यह कि आप पुरुष और औरत अकेले में बगैर जमात के पढ़ सकते हैं।
लेकीन जमात के साथ सिर्फ पुरुष हजरात ही 2 रकात फजर की फर्ज नमाज पढ़ सकते हैं क्योंकि हमारा मजहब औरतों को नहीं देती है जमात की इजाजत।
अगर आप फजर की फर्ज नमाज दोनों तरीकों से पढ़ना नहीं जानते हैं तो इस लिंक 2 रकात फर्ज की नमाज का तरीका पर क्लिक करके पढ़ लें आप समझ जाएंगे।
क्योंकि हमने यहां पर फर्ज नमाज अकेले में और जमात के साथ यानी इमाम के पीछे पढ़ने के तरीके को बहुत ही आसान तरीके से बताया है जिसे आप आसानी से समझ जाएंगे।
Fajar Ki Namaz Ki Rakat
फजर की नमाज में कुल मिला कर 4 रकात नमाज यानी 2 रकात सुन्नत और 2 रकात फर्ज नमाज अदा की जाती है यहां फजर की नमाज में सबसे पहले 2 रकात सुन्नत अदा करें।
इसके बाद 2 रकात फर्ज अदा करें यह आगे पीछे भी हो सकती है जैसे आप जमात के वक्त पहुंचे तो जमात में शामिल हो जाएं बाद में भी सुन्नत पढ़ सकते हैं।
फजर की नमाज की नियत और तरीका
नियत की मैने 2 रकात नमाज ए फजर की सुन्नत रसूले पाक की वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
नियत की मैने 2 रकात नमाज ए फजर की फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के रुख मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
आप भी समझ ही गए होंगे कि उपर की नियत सुन्नत की और नीचे की नियत फर्ज की है जब आप नियत कर लें तो अल्लाहू अकबर कह कर नियत बांधेंगे।
एक बात और अगर इमाम के पीछे नमाज पढ़ रहे हैं तो वास्ते अल्लाह तआला के पीछे इस इमाम के मूंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहू अकबर कर नियत बांधेंगे।
FAQs
फजर की नमाज में कितनी सुन्नत होती है?
फजर की नमाज में सिर्फ और सिर्फ 2 रकात सुन्नत होती है।
फजर की नमाज में कितनी रकात होती है?
फजर की नमाज में 2 रकात सुन्नत और 2 रकात फर्ज टोटल 4 रकात होती है।
अंतिम लफ्ज़
मेरे प्यारे मोमिनों आप अब तक तो फजर की नमाज अदा करना सिख ही गए होंगे अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमसे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं और इस बात को ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच शेयर करें जिसे वो भी सही से फजर की नमाज पढ़ सकें।
एक बात और अगर कहीं पर आपको गलत लगा हो या कहीं कुछ छूट गई हो तो भी आप हमें कॉमेंट करके इनफॉर्म करें ताकि हम अपनी गलतियां सुधार सकें हम सब से छोटी बड़ी गलतियां होती रहती है इस के लिए आप को हम सब का रब जरूर अज्र देगा इंशाल्लाह तआला।
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