Maghrib Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai । मगरिब की नमाज़ की रकात

आज यहां आप Maghrib Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai इसका जवाब जानेंगे हमने यहां पर मगरिब की नमाज़ की रकात को बहुत ही आसान और डिटेल्स में बताया है जिसे आप बहुत ही आसानी से समझ जाएंगे।

इसे पढ़ने के बाद आप आसानी से समझ जाएंगे कि मगरिब की नमाज़ में कितनी रकात सुन्नत कितनी रकात फर्ज और नफ्ल होती है तो इस पोस्ट को आप आख़िर तक ध्यान से पुरा पढ़ें और समझें।

Maghrib Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai

मगरिब की नमाज़ 7 रकात होती है सबसे पहले 3 रकात फर्ज फिर 2 रकात सुन्नत होती है इसके बाद 2 रकात नफ्ल भी होती है।

नमाज़ का नाममगरिब की नमाज़
कुल रकातों की संख्या7 रकात
फर्जों की रकात 3 रकात
सुन्नतों की रकात2 रकात
नफ्ल की रकात2 रकात

आईए अब आगे हम जानते हैं कि इस मगरिब की 7 रकात को कैसे पढ़ कर मुकम्मल करें कौन सी नमाज़ को पहले पढ़ें और किसे बाद में पढ़ें।

क्योंकि हमें यह मालुम होना चाहिए कि कब और कितनी रकात मगरिब की नमाज़ में कौन सी नमाज़ पढ़ें तो पुरा आखिर तक ध्यान से देखें और समझें।

Maghrib Ki Namaz Ki Rakat Kitni Hoti Hai

मगरिब की नमाज़ में फर्ज कितनी रकात होती है?

मगरिब की नमाज़ में 3 रकात फर्ज होती है और इस 3 रकात नमाज़ को एक बार नियत करके पूरी 3 रकात मुकम्मल किया जाता है।

जब मगरिब की नमाज़ का वक्त हो जाए तो फौरन इस 3 रकात की फर्ज नमाज़ को मुकम्मल करें इस नमाज़ को दो तरीके से अदा की जाती है।

अगर मस्जिद में आप इस नमाज़ अदा करने जाएंगे तो आप को मस्जिद में भी सबसे पहले 3 रकात की फर्ज जमात के साथ पढ़ाई जाती है।

लेकिन औरतें मस्जिद नहीं जा सकती या जमात नहीं कायम कर सकती उन्हें घर पे ही मगरिब का वक्त होने पे सबसे पहले इसी 3 रकात को पढ़नी होती है।

अगर आप कहीं पर भी हैं घर में या बाहर में तन्हा भी नमाज़ अदा करें तो मगरिब में सबसे पहले 3 रकात की फर्ज नमाज़ ही अदा करें।

मगरिब की नमाज़ में बहुत मुख्तसर वक्त होता है आपको भी चाहीए कि ताखीर ना करें घर पे हैं तो भी और मस्जिद में जाएं तो भी।

कभी ऐसा हुआ जब आप जमात वाले जगह पर उस वक्त पहुंचे जब लोग अदा कर रहे हैं तो उसी में शामिल हो जाएं, नहीं तो कजा करनी पड़ जाएगी।

मगरिब की नमाज़ में सुन्नत कितनी रकात होती है?

मगरिब की नमाज़ में सिर्फ 2 रकात सुन्नत होती है इस 2 रकात की सुन्नत की नमाज़ को आप 3 रकात मगरिब की फर्ज नमाज़ अदा करने के बाद पढ़ें।

इस नमाज़ को हर कोई चाहे वो पुरूष हो या औरत घर पे हो या मस्जिद में सब अकेले ही पढ़ते हैं इस 2 रकात की जमात नहीं होती।

इसके बाद ही आप को 2 रकात की नफ्ल नमाज़ मगरिब में अदा करना चाहिए यही दुरूस्त और मगरिब की नमाज की रकात मुकम्मल करने का तरीका है।

मगरिब की नमाज़ में नफ्ल कितनी रकात होती है?

मगरिब की नमाज़ 2 रकात नफ्ल होती है यानी आपको मगरिब की नमाज़ में केवल 2 ही रकात की नफ्ल नमाज़ एक सलाम में पढ़ना चाहिए।

इस 2 रकात की नफ्ल नमाज़ को अदा कर लेने के बाद आपकी मगरिब की रकात के साथ साथ पुरा नमाज़ भी मुकम्मल हो जाएगी।

मगरिब की नमाज़ की रकात इस तरह पुरा करें

  • पहले 3 रकात फर्ज पढ़ें।
  • इसके बाद 2 रकात सुन्नत पढ़ें।
  • आखिर में 2 रकात नफ्ल पढ़ें।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप समझ ही गए होंगे कि मगरिब की नमाज़ की रकात कितनी होती है और कौन सी नमाज़ को कब पढ़ना चाहिए हमने यहां पर पुरा इल्म आसान और साफ़ लफ्ज़ों में लिखा था जिसे आप आसानी से समझ जाएं और फिर दिक्कत न आए।

अगर आपको कहीं पर कुछ समझने में दिक्कत आ रही हो या कहीं पर कुछ गलत लगा हो तो भी कॉमेंट करके हमें इन्फॉर्म करें ताकि हम अपनी गलतियां सुधार सकें हम सब से छोटी बड़ी गलतियां होती रहती है इस के लिए आप को हम सब का रब जरूर अज्र देगा इंशाल्लाह तआला।

Comments are closed.