21+ Namaz Ki Fazilat In Hindi । नमाज की फजीलत हिंदी में जानें

आज यहां पर आप एक बहुत ही ख़ास और खुबसूरत इल्म यानी कि Namaz Ki Fazilat हिंदी जबान में जानेंगे हमने यहां पर बहुत सारी फजीलतें नमाज की हिंदी के साफ़ और आसान लफ्ज़ों में बयां की है।

जिसे पढ़ कर आप जान जाएंगे कि हमें नमाज अदा करने में कितनी फ़ायदे हैं इसके बाद आप और भी उत्सुकता के साथ नमाज अदा करेंगे इसलिए आप यहां पर नमाज की फजीलत से जुड़ी पैग़ाम को पुरा पढ़ें।

Namaz Ki Fazilat

सबसे पहले फजीलत शब्द का अर्थ मालुम होना चाहिए कि इस का मतलब फ़ायदा एडवांटेज होता है आप इसे रिवार्ड यानी तोहफा भी बोल सकते हैं।

हम सब मुसलमानों के लिए यूं कहें तो नमाज ही सब कुछ है ये तो आप भी जानते होंगे कि एक नमाज पढ़ने वाले का खुदा साथ होता है।

आप इस बात का अंदाजा नीचे के दो पैराग्राफ पढ़ कर लगा सकते हैं साथ ही और भी नमाज की फजीलतें हैं जो की आप नीचे जानने वाले हैं।

Namaz Ki Fazilat Image

Namaz Ki Fazilat In Hindi

  • पांच वक्त फर्ज नमाज पढ़ने से पढ़ने वाले की हर तरह की छोटी बड़ी खताएं बख्श दी जाती है।
  • नमाज पढ़ने से हम सब बुराई से बचते हैं बेशक नमाज बेहयाई और बुरे कर्मों से भी रोकती है।
  • नमाज पढ़ने से और गुनाह से बच कर जन्नत हासिल की जा सकती है बेशक नमाज जन्नत की कुंजी है।
  • नमाज में जो अल्लाह के लिए सज्दा करता है उसके लिए एक नेकी लिख कर एक गुनाह माफ की जाती है।
  • अकेले में जो बंदा 2 रकात नमाज खुदा के लिए अदा करता है उसकी जहन्नम से आजादी लिख दी जाती है।

Namaz Ki Fazilat Hadees In Hindi

सही मुस्लिम में जाबिर रदियल्लाहु तआला अन्हु से मरवी कि हुजूर ने फ़रमाया की जन्नत की कुंजी नमाज है और नमाज की कुंजी तहारत है।

सहीहैन में अबु हुरैरा रदियल्लाहु तआला अन्हु से मरवी है कि हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि –

अगर किसी के दरवाजे पर नहर हो वह रोज 5 बार गुस्ल करे क्या उसके बदन पर मैल रह जाएगा तो अर्ज की नहीं तो यही मिसाल नमाज का भी है।

जो भी सच्चे दिल से ऐन वक्त पर पांचों वक्त की नमाज खुदा की रज़ा के लिए पढ़ा उसकी तमाम गुनाहों को अल्लाह तआला मिटा देता है – बहारे शरीयत।

इमाम अहमद रिवायत करते हैं कि अबू जर रदियल्लाहु तआला अन्हु फ़रमाते हैं नबी सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम जाड़ों में बाहर तशरीफ़ ले गए पतझड़ का जमाना था।

वहां दो टहनियां पकड़ ली पत्ते गिरने लगे फ़रमाया अबू जर! मैंने अर्ज़ की लब्बैक या रसूलल्लाह फ़रमाया मुसलमान अल्लाह के नमाज पढ़ता है तो उसके गुना ऐसे गिरते हैं।

अबू दाऊद ने अम्र इब्ने शुऐब अन अबीहे अन जद्देही रिवायत की कि हुजूर ने फ़रमाया जब तुम्हारे बच्चे सात वर्ष का हो जाए तो उन्हें नमाज का हुक्म दो और जब दस वर्ष का हो जाए तो मार कर पढ़ाओ।

हज़रत उस्मान बिन अफ्फान रदि अल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया जिसने यकीन कर लिया की नमाज हक है और हम पर फर्ज है तो वो जन्नत में दाखिल होगा।

इमाम अहमद व नसई इब्ने माजा ने अबू अय्युब अंसारी व उकबा इब्ने आमिर रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत की कि हुजूर ने फ़रमाया कि जिसने वजू किया जैसा हुक्म है और नमाज पढ़ी जैसा नमाज का हुक्म है तो जो कुछ पहले किया है माफ हो जाएगा।

तबरानी अबु उमामा रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत कि हुजूर ने फ़रमाया कि बन्दा जब नमाज के लिए खड़ा होता है उस के लिए जन्नत का दरवाज़ा खोल दिया जाता है और उसके परवरदिगार के दरम्यान से हिजाब हटा दिया जाता है और हूरें उसका इस्तिकबाल करती है।

5 Waqt Namaz Ki Fazilat In Hindi

इमाम अहमद व अबू दाऊद उबादा इब्ने सामित रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रावी कि हुजूर ने फरमाया की पांच नमाजे अल्लाह तआला ने बंदों पर फर्ज की।

जिस‌ने अच्छी तरह वजू किया और वक्त में नमाजें पढ़ी और रूकुअ व खुशूअ को पुरा किया तो उस के लिए अल्लाह तआला ने अपने जिम्मए करम पर अहद कर लिया।

कि उसे बख्श दे और जिसने न किया उसके लिए अहद नहीं चाहे बख़्श दे चाहे अजाब करे ख़ास फजीलत यह कि नमाज जन्नत की कुंजी है।

Fazar Ki Namaz Ki Fazilat

इब्ने माजा सलमान फारसी रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रावी कि हुजूर ने फ़रमाया जो सुबह को नमाज को गया ईमान के झन्डे के साथ गया।

फजर की नमाज अदा करने से चेहरे पर नूर आती है घरों में रहमत आती है बरकत होती है फजर की नमाज छोड़ने से नूर चली जाती है।

तबरानी इब्ने उमर रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रावी कि हुजूर इरशाद फरमाते हैं जो सुबह की नमाज अदा करता है वह शाम तक अल्लाह के जिम्मे है।

Isha Ki Namaz Ki Fazilat

खतीब ने अनस रदि अल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत की कि हुजूर ने फ़रमाया जिस ने चालीस दिन नमाजे फजर व ईशा बा जमाअत पढ़ी उसको अल्लाह तआला दो बरअतें अता करेगा एक नार से दुसरी निफाक से।

इब्ने माजा इब्ने उमर रदि अल्लाहु तआला अन्हुमा से रावी कि हुजूर फ़रमाते हैं जो मस्जिद में जमाअत चालीस रातें नमाजें ईशा बगैर एक भी रकात छोड़े पढ़ी अल्लाह तआला उसके लिए दो जख से आजादी लिख देता है।

नमाज की कुछ खास फजीलत हिंदी में

  • नमाज ईमान की अलामत यानी एड्रेस है।
  • नमाज शाक है मगर खुसू करने वालों पर।
  • नमाज पढ़ने से तनाव और चिंता घटती है।
  • इस्लाम का 5 स्तंभों में से एक स्तंभ नमाज है।
  • नमाज बेहयाई और बुरे, गलत कर्मों से रोकती है।
  • नमाज पढ़ने वाला बंदा ख़ुदा का प्यारा बन्दा होता है।
  • नमाज पढ़ने से घरों में ख़ुदाए तआला बरकत फरमाता है।
  • कयामत के दिन सबसे पहले नमाज का हिसाब लिया जाएगा।

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप नमाज पढ़ने की फजीलत जान ही गए होंगे हमने यहां पर नमाज की कुछ ख़ास चुनिंदा फजीलतें बयां की थी इसके अलावा और भी बेशुमार अनगिनत नमाज अदा करने से फजीलत हासिल होती है आप नमाज अदा करेंगे तो तो हासिल होगी।

एक बात और अगर कहीं पर आपको गलत लगा हो या कहीं कुछ छूट गई हो तो भी आप हमें कॉमेंट करके इनफॉर्म करें ताकि हम अपनी गलतियां सुधार सकें हम सब से छोटी बड़ी गलतियां होती रहती है इस के लिए आप को हम सब का रब जरूर अज्र देगा इंशाल्लाह तआला।