Surah Fatiha In Hindi । सूरह फातिहा हिंदी, इंग्लिश और अरबी में

आज यहां पर आप एक बहुत ही खुबसूरत कुरान पाक की सूरह यानी कि Surah Fatiha In Hindi में जानेंगे हमने यहां पर सूरह फातिहा हिंदी के साथ साथ अरबी और इंग्लिश में भी तर्जुमा के साथ बताया है।

जिसे आप आसानी से पढ़ कर जहन में भी बसा लेंगे इसके बाद आप इस सूरह फातिहा को आसानी से पढ़ पाएंगे फिर यकीनन इसके बाद आपको कहीं पर भी सूरह फातिहा नहीं खोजनी पड़ेगी तो आप ध्यान से पढ़ें।

Surah Fatiha In Hindi। सूरह फातिहा हिंदी में

अउजुबिल्लाही मिनश शैतानिर्रजिम
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम
अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमिन
अर्रहमान निर्रहीम
मालिकि यौमिद्दिन
इय्याका नअबुदु व इय्या क नस्तईन
इहदिनस सिरातल मुस्तकी म
सिरातल लजीन अन अम्ता अलैहिम गैरिल मगदूबि अल्लैहिम वलद्दाल्लीन

Surah Fatiha In Hindi
Surah Fatiha In Hindi

Surah Fatiha In Arabic । सूरह फातिहा अरबी में

بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
الْحَمْدُ لِلَّهِ رَبِّ الْعَالَمِينَ
الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
مَالِكِ يَوْمِ الدِّينِ
إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَإِيَّاكَ نَسْتَعِينُ
ٱهْدِنَا ٱلصِّرَٰطَ ٱلْمُسْتَقِيمَ
صِرَاطَ الَّذِينَ أَنْعَمْتَ عَلَيْهِمْ غَيْرِ الْمَغْضُوبِ عَلَيْهِمْ وَلَا الضَّالِّينَ

Surah Fatiha In English। सूरह फातिहा इंग्लिश में

Bismillah Hirrahman Nirrahim.
Alhamdulillahi Rabbil Aalmin
Arrahman Nirrahhim
Maaaliki Yaumiddin
Iyyaaka N’Abudu Wa Iyyaaka Nast’een
Ihdinas Siraaatal Mustaki’m
Siraaatal Lazi’n An Amta Alaihim Gairil Magdoobi Alaihim Walad-Daaaaallin

Surah Fatiha Ka Tarjuma। सूरह फातिहा का तर्जुमा

अल्लाह के नाम से शुरू जो बहुत मेहरबान रहमत वाला
सब खुबियां अल्लाह को जो मालिक सारे जहान वालों का
बहुत मेहरबान रहमत वाला
रोज़े जजा का मालिक
हम तुझी को पूंजे तुझी से मदद चाहें
हम को सिधा रास्ता चला
रास्ता उन का जिन पर तुने एहसान किया
न उन का जिन पर गज़ब हुवा और न बहके हुओं का

अंतिम लफ्ज़

मेरे प्यारे मोमिनों अब तक तो आप भी सूरह फातिहा को पढ़ और समझ कर अपने जेहन में भी आसानी से बसा लिए होंगे और इसे नमाज़ के साथ साथ हर रोज पढ़ कर ख़ूब सवाब हासिल करेंगे।

हमने यहां पर सूरह फातिहा तीन मशहूर लैंग्वेज यानी हिंदी, अरबी और इंग्लिश में लिखा जिसे आप अपनी पसंदीदा जबान में सूरह फातिहा को सही और आसानी से पढ़ सकें और जेहन में बसा सकें।

अगर इसे मुकम्मल पढ़ने के बाद भी कुछ डाउट हो तो आप हमसे कॉमेंट करके ज़रूर पूछें। ऐ अल्लाह हमसे यहां पर सूरह फातिहा पढ़ने लिखने में एक हर्फ या एक नुक्ते में भी गलती हुई हो तो माफ अता फरमा।