आज यहां पर आप Shab E Barat Ki 6 Rakat Nafil Namaz Ka Tarika आसानी से जानेंगे क्योंकी हमने यहां शब ए बारात की 6 रकात नफ्ल नमाज पढ़ने का सही तरीक़ा और नियत भी स्पष्ट और आसान लफ़्ज़ों में बताया है।
इसे पढ़ने के बाद आप आसानी से शब ए बारात की 6 रकात नमाज अदा कर पाएंगे फिर इसके बाद आपको कहीं पर भी शब ए बारात की 6 रकात नफ्ल नमाज का तरीका ढूंढनी नहीं पड़ेगी इसीलिए आप यहां ध्यान से पढ़ें।
Shab E Barat Ki 6 Rakat Nafil Namaz Ka Tarika
आप भी शायद यह जानते ही होंगे कि इस 6 रकात शब ए बारात की नमाज को 2 – 2 रकात की नियत से 3 सलाम में अदा करके मुकम्मल करना होता है।
हमने यहां पर 2 रकात नमाज अदा करने का तरीका एक एक करके स्टेप बाय स्टेप बताया है तो आप ध्यान से पढ़ लें जिसे आसानी से 6 रकात पढ़ सकें।
इस 6 रकात पढ़ने का तरीका तो बाकी नफ्ल नमाज जैसा ही है लेकीन इसे पहले दुआ और नियत अलग करनी होती है जिसे हमने नीचे बताई है।
पहली रकात नमाज का तरीका
- सबसे पहले यहां पर नियत करके हांथ बांध लें।
- हमने नीचे के जानिब नियत भी बताई है।
- फिर सना यानी सुब्हान क अल्लाहुम्मा पुरा पढ़ेंगे।
- फिर अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
- अब सूरह फातिहा अल्हम्दु शरीफ पुरा पढ़ेंगे।
- पुरा पढ़ कर आहिस्ते से आमिन भी कहेंगे।
- अब यहां पर कोई भी एक सूरह को पढ़ेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कह कर रूकुअ में जाएंगे।
- रूकुअ में कम से कम तीन या पांच, सात बार।
- सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ेंगे इसके बाद।
- समी अल्लाहु लिमन हमिदह और रब्बना लकल हम्द।
- कह कर रूकुअ से अपना गर्दन उठाएंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे में जाएंगे।
- सज्दे में तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- फिर अल्लाहु अकबर कह कर सज्दे से उठें।
- फिर अल्लाहु अकबर कह कर दुसरी सज्दा करें।
- दुसरी में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला कहें।
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर उठ जाएंगे।
- अब आप दुसरी रकात नमाज़ अदा करेंगे।
दूसरी रकात नमाज का तरीका
- यहां पर अउजुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ेंगे।
- फिर सूरह फातिहा पुरा पढ़ेंगे और आमिन कहेंगे।
- फिर कोई एक नमाज में पढ़ी जाने वाली सूरह पढ़ेंगे।
- इसके बाद अल्लाहु अकबर कह कर रूकूअ में जाएंगे।
- रूकूअ में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अज़ीम पढ़ें।
- फिर समिअल्लाहु लिमन हमिदह कहते हुए रूकूअ से उठें।
- ठीक रूकुअ से उठ जाने पर रब्बना लकल हम्द कहेंगे।
- फिर तुरंत अल्लाहु अकबर कहते हुए सिधे सज्दे में जाएंगे।
- सज्दे में कम से कम 3 बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- अब अल्लाहु अकबर कहते हुए उठ कर बैठ जाएंगे।
- तुरंत बाद अल्लाहु अकबर कहते हुए दुसरी सज्दा करेंगे।
- दुसरी सज्दा में भी तीन बार सुब्हान रब्बियल अला पढ़ेंगे।
- दुसरी सज्दा मुकम्मल करने के बाद अब आप।
- अल्लाहु अकबर कहते हुए तशह्हुद के लिए बैठ जाएंगे।
- इसके बाद अत्तहिय्यात यानी तशह्हुद को पुरा पढ़ेंगे।
- अत्तहिय्यात पढ़ते हुए जब अश्हदु ला पर पहुंचे।
- तो दाहिने हाथ से शहादत उंगली को खड़ा करेंगे।
- फिर इल्लाहा पर उंगली गिरा कर सीधी कर लेंगे।
- इसके बाद दुरूद शरीफ में दुरूदे इब्राहिम को पढ़ें।
- फिर इसके बाद दुआए मासुरह को पढ़ेंगे।
- अब आप इसके बाद सलाम फेर लेंगे।
- सबसे पहले अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए दाहिने तरफ गर्दन घुमाएं।
- फिर अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह कहते हुए बाएं जानिब गर्दन को घुमाएं।
यहां तक आपकी 2 रकात मुकम्मल हो गई आप इसी तरह 2 -2 रकात करके 6 रकात मुकम्मल करें इसे पहले की नियत और दुआ नीचे है।
पहली 2 रकात नमाज का तरीका
पहली 2 रकात नमाज शुरू करने से पहले अल्लाह तआला से अर्ज करें कि ऐ अल्लाह इन 2 रकात की बरकत से मुझे उम्र दराज व खैरो बरकत अता फरमा।
और बाकी तरीका वही होगा जो हमने उपर बताई है सिर्फ आप को नमाज अदा करने से पहले नियत और दुआ अपने मन में ये करनी है।
जब 2 रकात मुकम्मल हो जाए तो बैठ कर सूरह यासीन शरीफ 1 बार और 21 बार सूरह इखलास पढ़ें फिर एक बार दुआ ए निस्फ शाबान पढ़ेंगे।
दुसरी 2 रकात नमाज का तरीका
दुसरी बार नमाज शुरु करने से पहले कुछ यूं अपने रब से अर्ज करें कि ऐ अल्लाह इस 2 रकात की बरकत से हर तरह की बला से हिफाजत फरमा।
बाकी सब चीज़ पहले जैसा ही, 2 रकात अदा करने के बाद यहां भी 1 बार सूरह यासीन और 21 बार सूरह इखलास पढ़ें और दुआ ए निस्फ शाबान 1 मरतबा।
तीसरी 2 रकात नमाज का तरीका
इस बार 2 रकात शुरू करने से पहले यूं अर्ज करें कि ऐ अल्लाह इस 2 रकात की बरकत से मुझे सिर्फ अपना मोहताज रख गैरों की मोहताजी से बचा।
इसके बाद यहां भी नमाज मुकम्मल करने के बाद सूरह यासीन शरीफ 1 बार और 21 बार सूर ह इखलास और एक बार दुआ ए निस्फ शाबान पढ़ें।
हमें उम्मीद है कि हमारी बातों को और बताने का तरीका को समझ गए होंगे कुछ प्रॉब्लम हो तो आप बेझिझक कॉमेंट करके ज़रूर पूछें।
Shab E Barat Ki 6 Rakat Nafil Namaz Ki Niyat
नियत की मैने 2 रकात नमाज शब ए बारात की नफ्ल वास्ते अल्लाह तआला के मूंह मेरा काअबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर।
आपको हमने बताया ही कि आप पूरे 6 रकात नमाज को 2 – 2 रकात की नियत से 3 सलाम के साथ मुकम्मल करेंगे तो नियत भी 2 रकात का ही करें।
लेकीन ध्यान रखें जो हमने आपको उपर में तीनो बार नमाज से पहले जो नियत और दुआ बताई है जी हां इस नमाज का यही खासियत है।
दुआ ए निस्फ शाबान न आए तो ऐसे दुआ करें।
अगर आप अरबी में इस दुआ को नहीं पढ़ सकते या फिर कोई दिक्कत पढ़ने में आए तो आप दुआ ए निस्फ शाबान का तर्जुमा भी पढ़ सकते हैं।
ऐ मेरे अल्लाह तू ही सब पर एहसान करने वाला है और तुझ पर कोई एहसान नहीं कर सकता ऐ बुजुर्गी और मेहरबानी रखने वाले।
और ऐ बख्शिश का इनाम करने वाले तेरे सिवा कोई माबूद नहीं तू ही गिरतों को थामने वाला है बेपनाहों को पनाह देने वाला है और परेशान हालों का सहारा है।
ऐ अल्लाह अगर तूने मुझे पा उम्मुल किताब में भटका हुआ या महरूम या कम नसीब लिख दिया है तो ऐ अल्लाह अपने फज्ल से मेरी खवारी बद बख्ती रांदगी और रोज़ी की कमी को मिटा दे और अपने उम्मूल किताब में मुझे खुश नसीब वसीअ रिज्क और नेक कर दे।
बेशक तेरा यह कहना तेरी किताब में जो तेरे नबी सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के जरिए हमें पहुंची है सच है कि अल्लाह जो चाहता है बना देता है।
और उसी की के पास उममुल किताब है ऐ खुदा तजल्ली आज़म का सदका इस निस्फ शाबान मुकर्रम की रात में जिसमें तमाम चीजों की तकसीम व निफाज़ होता है।
मेरी बलाओं को दूर कर ख्वाह मैं इन को जानता हूं या न जानता हूं और जिनसे तू वाकिफ है। बेशक तू ही सबसे बरतर और बढ़ कर एहसान करने वाला है।
अल्लाह की रहमत व सलामती हो हमारे सरदार मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम पर और उनकी आल व औलाद और सहाबा पर आमीन।
अंतिम लफ्ज़
मेरे प्यारे मोमिनों आप ने अब तक तो शब ए बारात की 6 रकात नफ्ल नमाज अदा करना सिख ही गए होंगे अगर आपके मन में कोई सवाल हो तो आप हमसे कॉमेंट करके पूछें और इस बात लोगों के बीच शेयर करें जिसे वो भी सही से शब ए बारात की 6 रकात नफ्ल नमाज पढ़ सकें।
एक बात और अगर कहीं पर आपको गलत लगा हो या कहीं कुछ छूट गई हो तो भी आप हमें कॉमेंट करके इनफॉर्म करें ताकि हम अपनी गलतियां सुधार सकें हम सब से छोटी बड़ी गलतियां होती रहती है इस के लिए आप को हम सब का रब जरूर अज्र देगा इंशाल्लाह तआला।
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